हमारी आँखों में आँसू हो तो क्या हो,
वो हम से खफा होजाएँ तो क्या हो,
हम दुनिया वालों से छुप तो नही सकते
मगर अपने ही ज़ख़्म दे तो क्या हो
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क्यो दीवाने हँसते हे रोने केबाद,
जीना फिर भी पड़ता हैसब कुछ खोने के बाद,
सोचा सभी को आज अपनासलाम भेज दूँ
शायद फिर मेरीसुबह ना आए आज सोने के बाद