अच्छी भली ज़िन्दगी गुजर रही थी…. फिर एक दिन वो किसी और की हो गई 😐😐 आजकल नहीं चलता प्यार जन्म जन्मों का …लोग अपना मतलब निकाल कर मुँह फेर लेते है 😟💔😢 कुछ ख़ताएँ बख़्शी नहीं जाती , दिल सोच समझ कर तोड़ा कीजिए 💔😢 मैं ठीक हूँ , तुम मेरे दर्द की फ़िक्र मत करना… मेरे ज़ख़्म भी भर जाएँगे तुम दुनिया से इसका ज़िकर मत करना…😟💔😟💔 अगर रो पडूँ तेरे सामने मैं किसी दिन तो समझ लेना बर्दाश्त करने की हद्द थी मेरी 💔💔💔 दिल की बस्ती कभी नहीं बसती 🙁 अब समझ आई मुझे ये बात 😢😢 मैं फिर इक हँसती हुई सुबह उसको लाकर दूँ, “वो” रात मेरी याद में गुज़ारे तो सही….💔💔 तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा , वरना खेल तो इतने खेले है मैंने कि कभी भी हारा नहीं 😟💔😢 जो अंदर से खतम हो चुका हो वही औरों को जीना सिखाता है 😟💔😢 कुछ ख्वाब देखे, फिर ख्वाईशें बनी, अब यादें हैं 💔💔 नहीं मिलती पनाह कहीं भी…… जब मोहब्बत बेपनाह हो जाए 😟 😟 रिश्तों की तस्वीरों को जो साफ किया तो जाना कुछ चेहरों के रंग उड़ चुके हैं 😟💔😢 काश ! तुम ये समझ पाते… आसान नहीं होता यूँ वापिस लौट आना 😢😢 चुप – चाप दबे पांव, हम तेरी कहानी से निकल गए 💔 😟 💔 कर दिया ना फिर से तनहा ……. कसम तो ऐसे ली थी जैसे अब तुम सिर्फ मेरे हो 😟 😟 बना कर छोड़ दिया है तुमने अपनी यादों का आदी , क्या तुम हसीन लोग इस तरह ही मोहब्बत का सिला देते हो 😢😢 ये जो तुम लफ़्हज़ों से बार बार चोट देते हो ना …. दर्द वहीं होता है जहाँ तुम रहते हो 💔💔 तुम ऐतबार की बात करते हो , हमने तो तुम्हारे इंतज़ार से भी प्यार किया है 😟 😟 मुझे पता है कि तुम मेरी नहीं हो सकती पर इस बात का एहसास बार बार मत दिलाया करो 😟💔😢 जो कभी डरा ही नहीं मुझे खोने से… वो क्या अफसोस करता होगा.. मेरे ना होने से 😭😔 टूटा हुआ दिल करता है मजबूर अपना फ़साना लिखने को , वरना किसे ख़ुशी मिलती है अपना दर्द लिख कर 😢😢 कभी सोचा करता था कैसे रह पाऊँगा तेरे बिना ….. देख तूने ये भी सिखा दिया मुझे 💔 😟 💔 मोहब्बत रूठ जाए तो ज़िन्दगी कहाँ आबाद रहती है 😭 😭 नहीं लगाऊँगा अब कोई पहरा दिल पर , है झूठी ये दुनिया और लोग है लुटेरे 😟 😡 गलतफहमियाँ इंसान को तोड़ कर रख देती है…. अगर हम किससे प्यार नहीं करते तो उसे गलतफहमी में भी नही रखना चाहिए 😢 💔 हम भी अक्सर फूलों की तरह तनहा रह जाते है , कभी खुद टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते है 😟 😟 मोहब्बत तो मेरी भी सच्ची थी ,प्यार के बंधन में लाख बांधना चाहा, लेकिन किस्मत की डोर ही कच्ची थी 😢😢 प्यार हमेशा से ही खूबसूरत रहा है , दाग तो उसमें ख्वाइशें लगाती हैं 😟💔😢 प्यार की भाषा उस शख्स को कैसे समझाऊँ ….नफरत की आग लगी है उसके सीने में, इन आँसूओ से कैसे बुझाऊँ 😢 😢 एक बार कह कर तो देखा होता कि तुम किसी और के भी हो , भगवान् की कसम तेरी परछाई से भी दूर रहते 😟😟 तुम्हें इतना क्यों चाहा… इस बारे में सोच कर कभी -कभी खुद से नफरत हो जाती है 💔💔 जनाजा उठा है आज कसमों का मेरी, एक कन्धा तो तेरे वादों का भी बनता है…😟💔😢 फ़रियाद कर रही है तरसती हुई निगाहें , देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया 😟 तेरे चले जाने के बाद इतने गम मिले की तेरे जाने का गम भी याद ना रहा 😟💔😢 बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में जब से हुआ है और कोई दूसरा दर्द ही नहीं होता 😟💔😢 एक तस्वीर जलानी है अभी , हाँ मगर आँख में पानी है अभी 😢😢 कभी कभी दिल चाहता है , कि दिल अब कुछ भी ना चाहे 💔💔 आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की लम्हे तो अपने आप मिलते रहते है 😭 💔 😭 उम्र चाहे कितनी भी हो , सुना है दिल पर झुर्रियां नहीं पड़ती 😟💔😢 दिन छोटे और रातें लम्बी हो गई है , मौसम ने यादों का वक़्त बड़ा दिया है। 😭😭 लोग बदलते नहीं है बस उनकी ज़िन्दगी में आपसे कोई बेहतर आ जाता है 💔💔 तेरा दिल जब भी कोई दुखाएगा , याद तुझ को मेरा प्यार आएगा 😒😟😢😢 महफूज़ हैं तेरे प्यार के नगमे इस दिल में , जब मन करे तो दरवाज़ा खटखटा देना😟😟 दिल का दर्द ब्यान करना अगर इतना ही आसान होता तो लोग गीतों का सहारा ना लेते 😟 😢 कुछ रिश्ते बनते ही टूटने के लिये है प्यार के रिश्ते का नाम इन सबमे सबसे ऊपर है😟💔😢 मालूम था मुझे वो न मेरी थी, न कभी होगी बस एक शौक था उसके पीछे जिन्दगी बर्बाद करने का 💔💔 सच्ची मोहब्बत में प्यार मिले ना मिले, लेकिन याद करने के लिए एक चेहरा जरूर मिल जाता है😟😟 तुझको मेरी न मुझको तेरी,खबर आएगी……ये ज़िन्दगी अब यूँही, दबे पाँव गुज़र जाएगी….😟💔 दिल तोड़के अपना ही नुक्सान कर बैठी वो….. पगली को यो भी न पता की ये दिल भी उसी के नाम है दिल मेरा दर्द तेरा … आजकल दोनों साथ रहते हैं 😟💔😢 मोहब्बत और मौत की पसंद तो देखिए …… एक को दिल चाहिए और दूसरे को धड़कन कौन पूरी तरह काबिल है , कौन पूरी तरह पूरा है , हर एक शख्स कहीं ना कहीं किसी जगह से अधूरा है 😭 💔 😢 तूझे मेरी मुस्कान अच्छी लगती थी☺ ले आज तूझे वो भी दे दी 💔 वो भी एक ज़माना था , जब तेरे मुँह से किसी और का नाम सुनना भी बर्दाश्त नहीं होता था , ये भी एक ज़माना है , जब तुझे किसी और के साथ बर्दाश्त कर रहे है 😭 💔 😢 बस कर ऐ दिल …. उसके बिना अब तेरा धड़कना भी अच्छा नही लगता 😟😢 एक दिन मेरे किनारों में सिमट जाएगी, ठहरे पानी सी खामोश मोहब्बत उसकी !!😟😟 तू वही मै वही… फिर नज़दीकियाँ क्यों नही …कौन अपना कौन पराया, दिल से पहचान तो सही 😟 😏 अदा से देख लो ….. जाता रहे गिला दिल का….बस इक निगाह पर ठहरा है फ़ैसला दिल का…… तुम बिन साँसें तो चलती है, लेकिन महसूस नहीं होती 😟 💔 💔 बहुत गौर से देखने पर जाना मैंने…दिल से बड़ा दुश्मन जमाने में नहीं…💔💔 खामोशी एक नशा है और, आजकल मैं नशे में हूँ जख्म खुद बता देंगे कि तीर किसने मारा है, हम कहाँ कहते है कि ये काम तुम्हारा है 😏💔 अब दिल पर लग जाती है हमारी बातें, जो कहते थे तुम कुछ भी कहो हमें अच्छा लगता है 💔💔💔 तू कह दे अगर तो जीना छोड़ दूँ , बिना सोचे एक पल साँस लेना छोड़ दूँ 😒 ये सच है कि….सवाल तो बहुत छोड़ गये तुम अपने पीछे.. प्यार करने के लिए दिल चाहिए , जो तुम्हारे पास नहीं है 😒😒 अपनी ज़िन्दगी का किस्सा भी अजीब है , जो चाहा वो मिला पर उसका अपने होने का एहसास कभी ना हुआ वो किस्मत थी मेरी ..और किस्मत मेरी सही नही एक तो पहली बार प्यार हुआ , हुआ भी तो गलती से हुआ और किस्मत तो देखो गलत इंसान से हुआ😟😢 वक़्त बहुत कुछ छीन लेता है मेरी तो सिर्फ मोहब्बत थी 😢😢😢 तुम्हे क्या पता किस दौर से गुजर रहा हूँ मैं…कहने को तो ज़िंदा हूँ…मगर…मौत से गुज़र रहा हूँ मैं 😢😢 मैं तेरे इतने क़रीब आना चाहता था, कि जब भी तेरी आखों से आँसू गिरे तो मेरे कंधे पे गिरे…😢💔😢 एक ही समझने वाला था मुझे , अब वो भी समझदार हो गया 💔 💔 तुझे हर बात पर मेरी ज़रुरत पड़ती , काश ! मैं भी एक झूठ होता 😢💔😢 कई बार सोचता हूँ कि तुझसे सवाल करूँ…फिर ख्याल आता है कि किस हक से…💔😢 हमें किसी से शिकायत नहीं अब , बस अपने आप से रूठे है हम 💔 💔 कोई ज़मीन पर लाए ख़ुदा को गवाही के लिए… मेरे नसीब में वो नहीं ये दिल मानता नहीं अब भी…😢😢 कभी-कभी दर्द इतना बड़ जाता है कि,अगर कोई गलती से भी गले लगा ले तो आंख छलक जाए 😢😢 जो नसीब में नहीं होता , वो रोने से भी नहीं मिलता 💔 💔 मेरे लफ़्ज़ों में ज़िंदा रहने वाली ,मैं तेरी ख़ामोशियों से मर रहा हूँ 😢😢 कभी आकर देखना मेरे दिल में, कि कितनी फ़ुर्सत से टूटा है आशियाना मेरा..😢💔😢 वो ढूंढ रहे हैं आशिक हमें धोखेबाज कहकर,और एक हम हैं जो उन्हें खोने के डर से उनके फरेब को देखते हुए भी अनजान बने रहे 😢😢 खैर कुछ तो किया उसने, चलो तबाह ही सही ।। 😒😣 अब मेरा हाल चाल नहीं पूछते हो तो क्या हुआ, कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था..?? मोहब्बत नही थी तो एक बार समझाया तो होता.. बेचारा दिल तुम्हारी खामोशी को इश्क़ समझ बैठा…. इतने मशरूफ़ कहाँ हो गए तुम आजकल दिल तोड़ने 💔भी नहीं आते आज इतने सालों बाद उसने मुझसे कहा कि मैं अपनी ग़लती की माफ़ी माँगती हूँ, और मैं रोते हुए सिर्फ़ यही बोल पाया कि प्यार को ग़लती नहीं कहते … सब हमसे शिकायत करते हैं क़ि हम पत्थर होते जा रहे हैं… कोई इन हालातों से भी तो पूछो… जो बद से बदतर होते जा रहे हैं ….. वजह कुछ और थी, कुछ और ही बताते रहे….अपने थे इसलिये, कुछ ज्यादा ही सताते रहे… ये जो तुम्हारी याद है ना, बस एक यही मेरी जायदाद है .. उदास रातें, तन्हाई, अंधेरा, यादो की बैचेनी, मुझे हर रोज यह सब सौंप कर सूरज डूब जाता है.. वही किस्सा वही तेरी बेरुखी और वही तुम……एक ही एहसास हम कितनी बार लिखें ….. वो कहती थी कि मैं दिल का बहुत अच्छा हूँ फिर ना जाने क्यो आज बुरा बताकर छोड़ गयी …😢 😢 जिन्दगी भी आजकल जुदा जुदा सी लगती है, साँस भी लू तो कमबख्त जख्मो को हवा लगती है😢 😢 खिलौना बन गयी हूँ उसके हाथों की , रूठता वो है टूटती मैं हूँ…😢 😢 बहुत दिनों बाद उसे देखा, दिल नहीं भरा पर आँखें भर आईं….😢 😢 किसने कहा कि हम झूठ नहीं बोलते एक बार हमारी खैरियत पूछ कर तो देखो 💔 😢 पास आने की ख्वाइशें तो बहुत थी मगर पास आकर पता चला मोहब्बत फासलों में है 😢 😢 घाटे और मुनाफे का बाज़ार नहीं… इश्क़ एक इबादत है, कारोबार नहीं…. हमारी आदत नहीं दिल दुखाने की, हम तो हमेशा प्यार से पेश आते हैं…… बदले हुए अंदाज़ तो आपके है… जो बिना बात किए चले जाते है 🙁 🙁 कितने बेवफा होता है ये जुगनू भी … रौशनी दिखाकर अंधेरों की तरफ ले जाते हैं 💔 😢 याद आ जाये तो बता देना … मैंने आज भी दिल के दरवाज़े खुले रखे है 🙁 🙁 कभी आसूं तो कभी खुशी देखी.. हमने अक्सर मजबूरी और बेबसी देखी.. उनकी नाराजगी को हम क्या समझे.. हमने खुद की तकदीर की बेबसी देखी…😭😭 कुछ शिकवे ऐसे थे कि खुद ही किये और खुद ही सुने 💔 😢 इतना भी दर्द ना दे ज़िन्दगी , इश्क़ ही किया था कोई क़तल नहीं 😢 😢 मैं तुम्हारी वो याद हूँ जिसे तुम अक्सर भूल जाते हो 💔 💔 😭 उनका इलज़ाम लगाने का अंदाज़ इतना बेहतरीन था कि हमने खुद ही अपने खिलाफ गवाही दे दी 😢 💔 😢 For more sad status in hindi, breakup statuses for whatsapp in hindi scroll down…. वो शख्स मेरे हर किस्से कहानी में आया … जो मेरा हिस्सा होकर भी मेरे हिस्से ना आया 😭 💔 😢 सारी दुनिया को छोड़ तुझे अपना बनाया था , करोगे सदियों तक याद कि किसी ने दिल लगाया था 💔 💔 तेरा हाथ पकड़ कर तुझे रोक लेते अगर तुझ पर थोड़ा सा ज़ोर होता मेरा , ना रोते हम यूँ तेरे लिए अगर हमारी ज़िन्दगी में कोई और होता 😭 💔 😢 माना तुम लफ़्हज़ों के बादशाह हो पर हम भी ख़ामोशियों पर राज़ करते हैं 😢 😢 सितारों से सज़ी रात होगी जब सज़ी उसकी बारात होगी, यही सोच कर जागता हूँ रातों को, किसी गैर की बाँहों में मेरी क़ायनात होगी….. 😢😭💔😢😢 तेरे ज़ुलम तय है और हमारी बर्दाश्त ज़ाहिर है , तुम अपने फन में माहिर हो… हम अपने फन में माहिर है 😭💔😢 मेरी मोहब्बत आधी रह गयी, पर उसका Timepass पूरा हो गया… 😭💔 मैं तुम पर अपनी जान भी ….लुटा दूँ……..तुम मुझ से …….मुझ जैसी मोहब्बत तो करो.. 😭 💔 😢 चलो मान लिया मुझे मोहब्बत करनी नहीं आती , मगर ये तो बताओ तुम्हें दिल तोड़ना किसने सिखाया 💔 😢 देख तेरा दिया हुआ गुलाब कैसा रंग लाया है…. जो सज ना सका डोली पर तेरी …. आज मेरे जनाजे पे काम आया है..💔 💔 कोई बनता ही नही मेरा …… तुम अपनी ही मिसाल ले लो… 😢 😭 आँसू वो खामोश दुआएँ है , जो सिर्फ रब्ब ही सुन सकता है… 😢 😢 कितना खुशनुमा होगा वो मेरे इँतज़ार का मंजर भी…जब ठुकराने वाले मुझे फिर से पाने के लिये आँसु बहाएगा … 😭 💔 😢 इन्सान अपनी मर्जी से खामोश नहीं होता किसी ने बहुत सताया हुआ होता है 😢 💔 😢 हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे…कभी चाहा था किसी ने तुम ये खुद कहोगे… 💔😢 😢💔 तुम जाओ अपनी ख़ुशी देखो , दिल का क्या है …. इसे हम मना लेंगे 💔💔 दिल चाहता है आज रो लूँ मैं जी भर के, ना जाने किस-किस बात पर उदास हूँ…..😭 😭 वफ़ा के नाम पर तुमने सब कुछ लूट लिया , अब दो चार साँसे छोड़कर क्यों एहसान करते हो मुझपर ….. 💔 😢 कुछ प्यार भरे लफ्जों की तलाश में….हम रो पडे़ खुद को तसल्ली देते हुए 😭 💔 😢 जब कभी देखो तो मुझे निगाह थाम कर देखना……कही मेरी दर्द भरी निगाहो से तुम्हे मोहब्बत न हो जाए 💔 💔 मोहब्बत करने वाले ना जीते है ना ही मरते है, फूलों की चाह में वो काँटों पर से गुजरते है 💔 इस तरह भी मोहब्बत होती है क्या…कोई तरसे किसी की याद में…और उसे खबर भी न हो…😢 😢 मुझे भी पता है तुम मेरे नहीं हो , इस बात का बार बार एहसास मत दिलवाया करो 😢 💔 😢 किसी से इतनी मोहब्बत भी ना करो कि उसके जाने के बाद जो भी आए उससे मोहब्बत हो ही ना पाए 😢 😢 जो आपकी ख़ुशी छीन ले उसके पीछे रोने का कोई फायदा नहीं 😢 😢 मेरे लिखे लफज़ ही पढ़ पाया वो बस , मुझे भी पढ़ पाए इतनी उसकी तालीम नहीं 😭 💔 😢 कसूर तो बहुत किये ज़िन्दगी में , पर सज़ा वहाँ मिली जहाँ बेक़सूर थे हम 😢😢 कोई बेसबब, कोई बेताब, कोई चुप, कोई हैरान ……ऐ जिंदगी, तेरी महफ़िल के तमाशे ख़त्म नहीं होते 💔😔😔 दर्द बनकर ही रह जाओ हमारे साथ , सुना है दर्द बहुत वक़्त तक साथ रहता है 😔😔 कौन पूरी तरह काबिल है , कौन पूरी तरह पूरा है , हर एक शख्स कहीं ना कहीं किसी जगह से अधूरा है 😭 💔 😢 तुम अगर ख्वाब हो तो नींद हमें भी बहुत गहरी आती है 😢 😢 फर्क है तुम्हारी और मेरे दर्द में तुम्हारी आँखें रोती है और हमारा दिल 😢 💔 😢 बहुत तकलीफ देते है वो ज़ख्म जो बिना बात के मिलते है 💔 ज़ख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं , पर हम अपने ज़ख्मों पर मुस्कुराहट के पहरे रखते हैं 😢😢 मिल गया होगा कोई गज़ब का हमसफ़र , वरना मेरा यार यूँ बदलने वालों में से ना था 😢 💔 😢 वजह पूछने का मौका ही नहीं मिला , वक़त गुज़रता गया और हम अजनबी बनते गए अगर ज़िन्दगी प्यारी है तो ज़िन्दगी में कभी भी प्यार मत करना 😔 अच्छा हुआ कि तुमने हमें तोड़ कर रख दिया , घमण्ड भी हमें बहुत था तेरे होने का 😢 💔 हाल पूछा न खैरियत पूछी आज भी उसने मेरी हैसियत पूछी 😭 💔 😢 हिसाब बराबर रहा चलो कोई गम नहीं , हमारे पास तुम नहीं .. तुम्हारे पास हम नहीं 😢😢 खुशनसीब होते हैं बादल,जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं…. और एक बदनसीब हम हैं….जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते हैं… 😢😢 💔 क्यों बहाने करते हो मुझसे रूठ जाने के… साफ़ साफ़ कह देते दिल में जगह नहीं है हमारे लिए 😢 💔 😢 जहाँ भी देखूँ अँधेरा ही अँधेरा है,तेरे सिवा कौन यहाँ मेरा है 😢 सुना था हमारे दर्द का एहसास अपनों को होता है पर अपने ही दर्द दे तो एहसास कौन करे 😭 😭 अक्सर ठहर कर देखता हूँ मैं अपने पैरो के निशान वो भी अधूरे लगते है तेरे साथ के बिना 😢 💔 😢 आज अकेला हूँ तो क्या हुआ…कोई था मेरा अपना भी..कुछ वक़्त पहले…😢😢 जाते जाते उसने कहा कि मेरी बेवफाई से ही मर जाओगे या मार के जाऊँ 😭 😭 😭 😭 बिछड़ने का तो वो पहले से ही मन बना चुकी थी अब तो बस उसे मेरी तरफ से बहाना चाहिए था😭 😢 💔 😢 😭 दर्द सहते सहते इंसान सिर्फ हसना नहीं रोना भी छोड़ देता है 😢 💔 😢 युहीं नहीं इश्क़ में रोता कोई जिसे हद से ज्यादा चाहो वो रुलाता ज़रूर है 😢 😢 कहते हैं बिना मेहनत के कुछ नहीं मिलता , पता नहीं इतने गम पाने के लिए मैंने कौन सी मेहनत की थी 💔 💔 देख कर तुमको अक्सर हमे ये एहसास होता है … कभी कभी दुःख देने वाला भी कितना ख़ास होता है 😭 💔 😢 अगर तुम अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं 😢 😢 आज़ाद कर दिया हे हमने भी उस पंछी को … जो हमारी दिल की कैद में रहने को तौहीन समझता था 😔 उससे मिले हुए ज़माना हो गया फिर भी यही दुआ निकलती है कि वो खुश हो जहाँ कहीं भी हो दिल तो करता है ख़तम कर दूँ ये दर्द से भरी ज़िन्दगी फिर ख्याल आता है वो नफरत किस से करेंगे अगर हम ही न रहे इस जहाँ में 😢 😢 अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का ……. के भूल जाओ तो मानूँ कि मुझसे मोहब्बत है। तकलीफ़ ये नही कि प्यार हो गया…… दर्द ये है कि अब भुलाया नहीं जा रहा… कितने दिन गुजर गए और तुमने याद तक ना किया.. मुझे नहीं पता था..की इश्क में छुट्टिया भी होती है 😕😕😕 इत्तेफ़ाक़ से मिल जाती हो जब तुम कभी राह में , ऐसा लगता है जैसे ज़िन्दगी जा रही है करीब से 😢 😢 खफ़ा भी हो तो मुँह मोड़कर नहीं जाना, तुम्हे कसम है मुझे छोड़कर नहीं जाना 😔 सुनो मुझे एक ऐसा शख्स चाहिए,जो डरता हो मुझे खोने से 😣!! मेरे नहीं हो सकते ,तो कुछ ऐसा कर दो मैं जैसी थी फिर से मुझे वैसा कर दो 😭 💔 😢 काश वो आए और हमें देख कर कहे कि हम मर गए है जो तुम इतने उदास हो 😢 😢 हैरान हूँ मैं तुम्हारी हसरतो पर…तुमने सब कुछ माँगा मुझसे बस मुझे छोड़ कर… हमने उम्र गुजारी है तुम्हारी ख़ामोशी पड़ते हुए , अब एक उम्र गुज़ार देंगे तुम्हे महसूस करते हुए 😢 😢 आँसू छिपा लिए हमने ये सोचकर क्यों किसी को उदास करना खुद उदास रहकर 😢 😢 कौन कहता है कुछ तोङने के लिए पत्थर जरूरी है. … लहजा बदल कर बोलने से भी बहुत कुछ टूट जाता है..💔😭😭 तेरी नियत नहीं थी साथ चलने की , वरना साथ निभाने वाले रास्ता देखा नहीं करते 😢 😢 बहुत अंदर तक तबाही मचाता है…वो आँसू जो आँख से बह नहीं पाता 😢 😢 वो तितलियों से खेलने वाली थी , कोई उसके दिल से खेल गया 😭 💔 😢 जब रिश्तों में ग़लतफहमी आ जाये तो सच्चा प्यार भी झूठा लगने लगता है 💔😭😭 ना आवाज हुई, ना तमाशा हुआ….बड़ी ख़ामोशी से टूट गया, एक “भरोसा” जो तुझ पर था 😑😭 💔 😢 मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है शोर भी , तूने देखा ही नहीं , मेरी आँखों में कुछ और भी है 😢 😢 एक खूबसूरत सा रिश्ता यूँ खतम हो गया..हम दोस्ती निभाते रहे…..और उसे इश्क हो गया..😭 💔 😢 ना जाने कितनी ख्वाईशें दफन है इस दिल में ….. कैसे दफनाओगे एक कब्रिस्तान को एक कब्र में…😭 💔 😢 अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर…. सो जाऊँ तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती हैं….😢 😢 बहुत से रिश्ते इसलिए ख़त्म हो जाते है क्यूँकि एक सही बोल नहीं पाता दूसरा सही समझ नहीं पाता 😢 😢 बरबाद कर देती है मोहब्बत , हर मोहब्बत करने वालों को … क्यूंकि इश्क़ हार नहीं मानता और दिल बात नहीं मानता 😭 💔 😢 सच कहूँ तो उसके बिना दिन रात गुज़र तो जाते हैं ….. पर गुजारे नहीं जाते 😭 💔 😢 😭 💔 😢 अब ना करूँगा अपने दर्द को बयान , जब दर्द सहना मुझको ही है तो तमाशा क्यों करना 😢 😢 जिनके दिल ❤ पे चोट लगती है ना दोस्तों वो आंखों से नहीं दिल 💔 से रोते है 😢 😢 😢 😢 तकलीफ़ ये नहीं,के तुम्हें अज़ीज़ कोई और है, दर्द तब हुआ,जब हम नज़रअन्दाज़ किए गए…💔💔💔 करीब आओगे तो शायद हमे समझ लोगे……ये दूरियाँ तो केवल फासले बढाती है 😞😢😢 कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे यारों,अचानक ही शुरू हुई और बिन बतायें ही ख़त्म 😢😢 मजबूरियाँ तुम्हारी समझते- समझते सारी बात समझ गए हम 😭 💔 😢 नही है शिकवा हमे किसी की बेरुखी से…..शायद हमे ही नही आता किसी के दिल में घर बनाना…😢😢 जैसे ही बात दोस्ती से आगे बढ़ी , दोस्ती भी नहीं रही 😢😢 उनकी नजर में फर्क आज भी नही, पहले मुड़ कर देखते थे..अब देख कर मुड़ जाते है 💔 😢 ख्वाहिश थी उस रिश्ते को बचाने की…और यही वजह थी मेरे हार जाने की…😢 💔 😢 काश रोने से नसीब बदल जाता….कसम तुम्हारी … आंसुओं से दुनिया डुबो देते 😭😭😭😭 उठाकर फूल को उसने बड़ी नजाकत से मसल दिया , इशारो इशारो में कह दिया की हम 💔 दिल का भी ये हाल करते है…..💔💔💔 महफ़िल भले ही प्यार वालों की हो , उसमें रौनक तो दिल टूटे हुए आशिक़ लाते है 💔 😢 सीखते रहे उम्र भर लहरों से लड़ने का हुनर…..हमें कहाँ पता था… क़ि किनारे भी कातिल निकलेंगे 😢😢 युहीं उम्र काटी , दो ही अल्फाज़ में …. एक आस में और एक काश में 😢💔😢 आज फिर इस तनहा रात में इंतज़ार है उसका … जो कहा करता था….. तुमसे बात ना करू तो नींद नहीं आती 😢😢 जिसके जाने से… जान जाती थी…हमने उनका… जाना भी देखा है… 😭 💔 😢 हमारी मजबूरियों के तुम सिलसिले ना पूछो………हम मजबूर हैं ज़िंदा रहने के लिये 😭 💔 😢 कुछ ठोकरों के बाद समझ आ गई मुझ में …..मैं अब दिल के मशवरों पर भरोसा नहीं करती …💔💔💔 लोग सौ रंग बदलते हैं, हसीन चेहरों को लुभाने के लिए….अौर हम अशक बहाते हैं, शिर्फ एक चहरे को भूलाने के लिए…. 😭 💔 😭 💔 बेपनाह मोहब्बत की सजा पाए बैठे है , हासिल ना हुआ कुछ भी और सबकुछ लुटाये बैठे है 😢 😭 ले गया जान मेरी ….. रूठ के जाना तेरा , ऐसे आने से तो बेहतर था , ना आना तेरा। 😢 😭 ना लौटने की हिम्मत, ना सोचने की फुर्सत …. बहुत दूर निकल आये है तुम्हे चाहते हुए ! 😢 💔 😒 मेरी हर ख्वाइश में सिर्फ तुम होते हो , बस दर्द ये है कि सिर्फ ख्वाईशों में ही क्यों होते हो 😢 😭 लफज़ , अल्फाहाज , कागज़ , किताब कहाँ कहाँ रखे हम तुम्हारी यादों का हिसाब 😢 😭 हर सज़ा कबूल की हमने सर झुका के , जैसे कोई बहुत बड़ी भूल कर दी हमने दिल लगा के 😢 💔 😒 तुमने भी तो कोशिश नही की मुझे समझने की😑….. वरना वजह कोई नही थी तेरे और मेरे उलझने की 😐 😢 😭 कब तक उसके फरेब को एक हादसा समझूँ , उसने तो मेरी वफा का तमाशा बना दिया.. 😢 😭 लोग शोर से जाग जाते हैं और मुझे एक शख़्स की खामोशी सोने नहीं देती 😢 💔 😒 अबके सावन में हुई ये कैसी बरसात…… बादल बरसे दो घड़ी और नैना सारी रात 😢 😭 कल भी उसने देख कर नजर अंदाज़ कर दिया …. फिर भी कम्बख़त दिल मानता ही नहीं है 💔 😒 ज़िन्दगी में कुछ हसीन पल यूहीं गुज़र जाते हैं …… रह जाती है यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं 😢 💔 😒 दिल में धड़कन और धड़कन में तुम , क्यों दिया धोखा अकेले रह गए हम 😢 💔 😢 😢 किस्मत पर एतबार किसको है , मिल जाये ख़ुशी तो इनकार किसको है 😒 😒 जख्म ही देना था तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था, लेकिन कम्बख़त ने जब भी वार किया, दिल पर ही किया 💔 अजीब तमाशा लगा रखा है लोगों ने …. बेवफाई करो तो रोते है …. और वफ़ा करो तो रुलाते हैं 😒 😒 मैं अपने सारे एहसास, समेट ले जाऊँगा ,हौसला रख …. मैं बहुत दूर चला जाऊँगा.. 😢 😭 किसी को न पाने से ज़िंदगी खत्म नहीं हो जाती, पर किसी को पाकर खो देने के बाद कुछ बाकी भी नहीं बचता..😢 😭 💔 😢 😭 टूट कर बिखर जाते हैं वो लोग मिटटी की दीवारों की तरह ….. जो खुद से भी ज्यादा किसी और से प्यार करते हैं 💔 😢 उसको बिछड़ने का तरीका भी नहीं आता … जाते जाते खुद को मेरे दिल में छोड़ गया 😢 😒 😒 😢 अगर – मगर और काश में हूँ , मैं खुद ही अपनी तलाश में हूँ 💔 😒 जाने क्यों महसूस हो रहा है कि मुझे महसूस कर रहे हो तुम 😢😭 उसी से पूछ लो उसके इश्क की कीमत……हम तो बस भरोसे पे बिक गए….💔 😒 😢 😭 यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के, न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है..😒 😢 मैं दोहरे चरित्र में नहीं जी पता हूँ , इसलिए ही अक्सर अकेला पाया जाता हूँ 😒 😢 आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो, मेरे साथ ….. उसने भी हँसके कहा, दूसरा और कौन है तेरे साथ 😒 💔 😢 बार – बार वो हिसाब करने बैठ जाते हैं जबकि उनको पता है जो भी हुआ बेहिसाब हुआ 💔😒 😢 😭 इश्क़ है … तो शिकायत न कीजिए…और शिकवे हैं..तो मोहब्बत न कीजिए…. 😢 💔 😒 याद वो नहीं जो अकेले में आये बल्कि वो है जो महफ़िल में आये और अकेला कर जाए 😒 😢 बहुत सी बातें सोच रखी है तुझे सुनाने के लिए पर तुम हो कि मनाने ही नहीं आते 😒 😢 😢 💔 😴 मुझे नज़रअंदाज़ करने की एक वजह बता , फिर मैं तुम्हें चाहने की हज़ार वजह बताऊँगा। 💔💔 याददाश्त का कमज़ोर होना बुरी बात नहीं है…. बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हे हर बात याद रहती है….😒 😒 😒 ज़िंदगी का फलसफा भी कितना अजीब है, शामें कटती नहीं और साल गुज़रते चले जा रहे हैं 😒😒😭 हाथ मेरे पत्थर के और पत्थर की हैं मेरी उंगलियां, दिल ❤ का दरवाज़ा तेरा काँच का मुझसे खटखटाया ना गया 😢😭😢😭 बहुत खूबसूरत वहम था मेरा,कहीं कोई तो होगा जो सिर्फ मेरा होगा 😢💔 😭 दिल को छोड़ चेहरे की दीवानी हुई ये दुनिया, अब समझ में आया सेल्फ़ीवाले फोन इतने महँगे क्यूँ होते हैं एहसास कभी कह कर नहीं करवाया जाता 😢💔 😭 बहुत कमज़ोर रिश्ते थे बहुत मजबूत लोगों से 💔😢😭 मजबूरियां तुम पर आई और तनहा हम हो गए 😢😭😢😭 दिल ❤के कहने पर चल निकला … मैं भी कितना पागल निकला 😢😭💔😢😢 मेरी सुबह उदास होती है और रात तन्हा,किया ही क्या मैंने तुझसे मोहब्बत के सिवा 😢😢 प्यार और वफा दोनों बड़े काल्पनिक शब्द हैं सिर्फ सुनाई देते हैं मिलते किसी को नहीं 😢😢😢😢 कभी अधूरा 💔 सा कुछ कहूँ 😢तो… तुम पूरा समझ जाना… हम तो उलझे हैं तुझमें … तू हममें न कहीं उलझ जाना 💔 चलो हम गलत थे ये मान 😔 लेते है ऐ जिंदगी, पर एक बात बता क्या वो शख्स सही था जो बदल गया इतना ❤ करीब आने के बाद 💔😢😭😭 ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है , इस मोहब्बत में यारो बहुत घाटा है बड़ी मुश्किलों से करता हूँ तेरे यादों का कारोबार , मुनाफा कम है पर गुज़ारा हो ही जाता है। रात की तन्हाई में तो हर कोई याद कर लेता है , सुबह उठते ही जो याद आए मोहब्बत उसे कहते हैं टूटे तो बहुत चुभते है……. काँच और रिश्ते एक कोशिश है कि कोई दिल के ज़ख्म ना देख ले , एक ख्वाइश है कि काश ! कोई देखने वाला होता दिल से ज्यादा महफूज कोई जगह नहीं दुनिया में …. मगर सबसे ज्यादा लोग लापता यहीं से होते हैं मुझे पता है लोग बदल जाते हैं , पर मैंने तुम्हें उन लोगों में गिना ही नहीं था मैसेज हम 🙂 ज़्यादा और वो कम करते हैं, फिर भी वो कहते हैं कि प्यार 😘 वो ज़्यादा, हम कम करते हैं!!!😏 नफरत हो जाएगी तुझे तुझसे ही …. अगर मैं तेरे ही अंदाज़ में बात करूँ मत खेल मेरी मोहब्बत से , बहुत नाज़ुक मिज़ाज़ हूँ मैं …. तुझे खबर भी ना होगी और मैं यूहीं हँसते – हँसते तेरी दुनिया छोड़ दूँगा। बढ़ती गयी उनकी मनमर्जियाँ , फिर इक दिन ये हुआ की हम फिर से अजनबी बन गए खता 😞उनकी भी नही है वो भी क्या😴 करती हजारो चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करती काश आज मेरी साँस रुक जाए , सुना है की साँस रुक जाए तो रूठे हुए भी देखने आते है मेरा ये दिल ❤भी कितना भोला है, Hurt 💔 😴होकर भी Expectation रखता है ! मेरी बेपनाह मोहब्बत तुम्हे उस वक़्त याद आएगी जब तुम्हें हँसाने वाले कम और रुलाने वाले ज्यादा होंगे… कसर कोई मत छोडना तुम दिल 💔 से खेलकर मुझे सताने में ….. लेकिन याद रखना जान से भी खेलकर कोशिशे करोगे इक दिन मुझे मनाने में तुझसे दूर जाने का कोई इरादा ना था पर रुकते भी कैसे…. जब तुम ही हमारे नहीं थे। क्यों दुनिया वाले मोहब्बत को खुदा का दर्जा देते हैं , मैंने तो आज तक नहीं सुना खुदा ने बेवफाई की हो जिस राह से गुजरने की इज़ाज़त नहीं मुझे , कई बार गुज़रते हैं वहाँ से ख्याल मेरे पुछेगा अगर खुदा तो कहूँगी …. हाँ हूई थी मोहब्बत मगर जिसके साथ हूई वो उसके काबिल ना था तुम हो तो बसंत है, तुम नहीं तो बस अंत है तलाश सिर्फ सुकून कि होती हैं नाम रिश्ते का चाहे जो भी हो मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है, ज़रूरी नही कि वो बेवफ़ा होता है.. देखकर आपकीआँखों में आँसू वो भी आपसे ज्यादा रोता है 😫 सवर रही है….अब वो …. किसी और के लिए…….पर मैं…. बिखर रहा हूँ …..आज भी उसी के लिए 😔😔💔…. ताला लगा दिया दिल को….. अब तेरे बिन किसी का अरमान नहीं …..बंद होकर फिर खुल जाए….. ये कोई दुकान💔नही कमी तेरे नसीबों में रही होगी, कि तू मेरी ना हुई, मैने तो कोशिश बहुत की,तुझे अपना बनाने की… गलती उनकी नहीं …. कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों .. हम अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल ❤ लगा बैठे 😔 तेरी मजबूरियां भी होगी चलो मान लेते हैं 😰😰 ..मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का 😩😩 बेवजह बिछड़ तो गए हो तुम बस इतना बता दो कि सकून मिला या नहीं। याद उन्ही की आती है, जिनसे दिल के तालुक हो , हर किसी से मोहब्बत हो ऐसा तो मुमकिन नहीं मुद्दत बाद जब उसने मेरी खामोश आँखें देखी तो ये कहकर फिर रुला गया कि लगता है अब सम्भल गए हो यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िंदगी, हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत ना मिली !! जा माफ़ किया जी ले अपनी मर्ज़ी की ज़िन्दगी , हम मोहब्बत के बादशाह है बेवफाओं को मुँह नहीं लगाते। मरने को मर भी जाऊँ कोई मसला नहीं, लेकिन ये तय तो हो कि अभी जी रही हूँ मैं !! तनहा ही उम्र गुजरती है, लोग तसल्लिया देते है साथ नहीं !! “मोहब्बत” की तरह “नफरत” का भी साल में एक ही दिन तय कर दो कोई…..ये रोज़-रोज़ की नफरतें अच्छी नहीं लगतीं..!! कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग… दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते…. जिस कदर तुमने भुला रखा है कभी सोचना, हम सब छोड़कर निकले थे एक तेरी मोहब्बत के लिये.. हर रात गुजर रही है रूठने और मनाने में…….कहीं साँसें थम ना जाए मेरी… हमारे प्यार को बचाने में…….. बडी मुश्किलों से सीखा हे जीना, दूर तुझसे होकर तेरे बिना…. लोटकर फिर न आना, वरना जीकर भी मर जाऊँगा तेरे बिना मैं रोज़ लफ़्ज़ों में बयान करता हूँ अपना दर्द,और सब लोग सिर्फ़ वाह-वाह कह कर चले जाते है जरा खुद ही सोचना क्या गुज़रेगी उस दिन तुम पर……जब तू चाहेगी मुझे मेरी तरह और मैं छोड दूँगा तुझे तेरी तरह.. कसूर उनका नहीं हमारा ही है…. हमारी चाहत ही इतनी थी कि उनको गुरूर आ गया। वो रोया तो बहुत होगा खाली कागज़ देख कर.. ज़िन्दगी कैसी बीत रही है.. उसने पूछा था ख़त में… अजीब कशमकश है जान किसे दें। वो भी आ बैठे और मौत भी। छोङो ना यार, क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ, किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ.. कभी न कभी वो मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर.. के हासिल होने की उम्मीद भी नही थी, फिर भी वफ़ा करता था !! दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते! गम के आंसू न बहाते तो और क्या करते! उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ! हम खुद को न जलाते तो और क्या करते! जो कभी मेरी उदासी की वजह पूछा करता था अब उसको मेरे रोने से भी फर्क नहीं पढ़ता। वो पत्थर कहाँ मिलेंगे दोस्तों ? जिसे लोग दिल पर रख कर एक दूसरे को भूल जाते हैं। बात किस्मत की है जो जुदा हो गए हम वरना वो तो मुझे अपनी तकदीर कहा करते थे। ज़हर से ज्यादा खतरनाक है ये मोहब्बत…. जरा सा कोई चख ले मर – मर के जीता है। ये अजीब खेल चल रहा है मेरी ज़िन्दगी में जहाँ ” याद ” का लफ्ज़ आ जाए , वहां तुम याद आ जाते हो। कहते है, प्यार की शुरुआत आँखो से होती है,यकीन मानो दोस्तो ,प्यार की कीमत भी आँखो से ही चुकानी पड़ती है | कोशिश तो होती है कि तेरी हर ख़्वाइश पूरी करूँ पर डर लगता है कि तू ख़्वाइश में कहीं मुझसे जुदाई ना माँग ले। थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो , चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है। पलकों में आँसू और दिल में दर्द सोया है , हँसने वालों को क्या पता रोने वाला किस कदर रोया है। हर रोज बहक जाते हैं मेरे कदम, तेरे पास आने के लिये…ना जाने कितने फासले तय करने अभी बाकी है तुमको पाने के लिये.. वो जा रही थी और मैं खामोश खड़ा देखता रहा, क्योंकि सुना था कि पीछे से आवाज़ नहीं देते..! इतना कुछ हो रहा है..दुनिया में, ……क्या तुम मेरे नही हो सकते.. कैसे करूँ मैं साबित…कि तुम याद बहुत आते हो…एहसास तुम समझते नही…और अदाएं हमे आती नहीं… काश तू मेरी मौत होती तो एक दिन मेरी ज़रूर होती। ऐ इश्क़…तेरा वकील बन के बुरा किया मैनें, यहाँ☝🏻हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा हैं… ना मेरा दिल बुरा था ना उसमें कोई बुराई थी , सब नसीब का खेल है , बस किस्मत में जुदाई थी। इरादा कतल का था तो मेरा सिर कलम कर देते , क्यों इश्क़ में डाल कर तूने मेरी हर साँस पर मौत लिखदी। मोहब्बत भी हाथों में लगी मेहँदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है। भुला देंगे तुमको ज़रा सब्र तो कीजिये , आपकी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा हमें। अबकी बार सुलह करले मुझसे ए दिल वादा करता हूँ की फिर नहीं दूँगा तुझे किसी ज़ालिम के हाथों में हमें तो कब से पता था कि तुम बेवफा हो बस तुझसे प्यार करते रहे कि शायद तुम्हारी फितरत बदल जाये। लिखना था की खुश हूँ तेरे बिना पर आंसू ही गिर पड़े आँखों से लिखने से पहले। चलती हुई “कहानियों” के जवाब तो बहुत है मेरे पास………..लेकिन खत्म हुए “किस्सों” की खामोशी ही बेहतर है…. तेरे सिवा कौन समा सकता है मेरे दिल में……रूह भी गिरवी रख दी है मैंने तेरी चाहत में !! बड़ी हिम्मत दी उसकी जुदाई ने ना अब किसी को खोने का दुःख ना किसी को पाने की चाह। मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है .. पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में … प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं …. जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिए। उजड़ जाते हैं सिर से पाँव तक वो लोग …. जो किसी बेपरवाह से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं ! हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किससे… इधर दिल है तो अपना है… उधर तुम हो तो अपने हो… भरोसा जितना कीमती होता है धोका उतना ही महँगा हो जाता है। बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी…… पहले पागल किया..फिर पागल कहा..फिर पागल समझ कर छोड़ दिया.. खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह और हम उसी रौनक में पूरा दिन गुजार देते है.. मुझे भी शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में , मैं भी क़ातिल हूँ अपनी हसरतों का , मैंने भी अपनी ख्वाहिशों को मारा है। कोई मिला नहीं तुम जैसा आज तक,पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही ना जाने क्या कमी है मुझमें, ना जाने क्या खूबी है उसमें,वो मुझे याद नहीं करती, मैं उसको भूल नहीं पाता 🙁 आज उस की आँखों मे आँसू आ गये,वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है…. मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाना हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम…. अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फ़ेंको, यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है। अब अकेला नहीं रहा मैं यारों …. मेरे साथ अब मेरी तन्हाई भी है। किसी को प्यार करो तो इतना करों की उसे जब भी प्यार मिलें… तो तुम याद आओ…. रोज़ ख्वाबों में जीता हूँ वो ज़िन्दगी … जो तेरे साथ मैंने हक़ीक़त में सोची थी .. हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं.. उनके हाथ पकड़ने की मजबूती जब ढीली हुई तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है जहां रास्ते बदलने है …. खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे,और वो औरो से मिलने का इलज़ाम लगा रहे है… रात भर जागता हूँ एक एसे सख्श की खातिर… जिसको दिन के उजाले मे भी मेरी याद नही आती.. तेरे होने तक मैं कुछ ना था…. तेरा हुआ तो मैं बर्बाद हो गया भरम है .. तो भरम ही रहने दो …. जानता हूं मोहब्बत नहीं है …पर जो भी है … कुछ देर तो रहने दो लफ्ज़ बीमार से पड़ गये है आज कल…..एक खुराक तेरे दीदार की चाहिए इश्क लिखना चाहा तो कलम भी टूट गयी….ये कहकर अगर लिखने से इश्क मिलता तो आज इश्क से जुदा होकर कोई टूटता नही तू हजार बार रुठेगी फिर भी तुझे मना लूँगा …तुझसे प्यार किया हे कोई गुनाह नही, जो तुझसे दूर होकर खुद को सजा दूँगा वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए। आज के बाद ” ये रात और तेरी बात ” नहीं होगी😢 टूट कर चाहा था तुम्हे और तोड़ कर रख दिया तुमने मुझे 😢 मगर वो एक शख्स ही मेरी आखिरी मोहब्बत है…. कहाँ पूरी होती है दिल की सारी ख्वाइशें —- कि बारिश भी हो , यार भी हो …. और पास भी हो ना रहा करो उदास किसी बेवफा की याद में , वो खुश है अपनी दुनिया में तुम्हारी दुनिया उजाड़ कर 😢😢 वो उदासी भर लम्हा —- जब उनके पास आपके इलावा सब के लिए टाइम होता है 😢😢 ये दुःख , उदासी , आँसुओं को मौत क्यों नहीं आती 😢😢😢😢 जा तुझे तेरे हाल पर छोड़ दिया … इससे बेहतर तेरी सज़ा क्या होगी मुझे रुलाकर सोना तेरी आदत बन गयी है .. जिस सुबह मेरी आँख न खुली उस दिन तुझे तेरी अपनी ही नींद से नफरत हो जाएगी 😢😢 कैसे करे इंतजार तेरे लौट आने का, अभी दिल को यकीन नहीं हुआ है तेरे चले जाने का ! हम तो हद से गुजर गए थे तुम्हे चाहने में …. तुम्ही उलझे रहे हमे आजमाने में😢😢 मोहब्बत में हमेशा अपने आप को बादशाह समझा हमने मगर एहसास तब हुआ जब किसी को माँगा फकीरों की तरह 😢😢😢😢 वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने, अब से जल्दी सोया करेंगे , मोहब्बत छोड दी मैँने…. अकेले रहने में और अकेले होने में फर्क होता है😢 हमें तो प्यार के दो लफ़्हज़ भी ना नसीब हुए.. और बदनाम ऐसे हुए जैसे इश्क़ के बादशाह थे हम 😢😢😢😢 कौन करता है यहाँ प्यार निभाने के लिये,दिल तो बस एक खिलौना है जमाने के लिये !! दुनिया जीत गयी … दिल हार गया 😢😢 तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर… मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया…. दिल तोड दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया जो दिल में आये वो करो…. बस किसी से अधूरा प्यार मत करो आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते 😕 पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ….😢😢😢😢 जो उड गये परिंदे उनका क्या अफसोस करें….यहां तो पाले हुए भी गैरों की छतों पर उतरते हैं…!!! तेरे बिना जीना मुश्किल है …! ये तुझे बताना और भी मुश्किल है…. किस किस से वफ़ा के वादे कर रखे हैं तूने ??? हर रोज़ एक नया शख्स मुझसे तेरा नाम पूछता है रोकना मेरी हसरत थी जाना उसका शौक। वो शौक पूरा कर गए मेरी हसरतें तोड़ कर। बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे, इक शहर अब इनका भी होना चाहिए… मै 👨फिर याद 😭आऊंगा उस👆 दिन📝 जब तेरे ही बच्चे👶 कहेंगे-मम्मी 👩आपने कभी किसी 👤से प्यार 👫किया ??? हमारी चर्चा छोडो दोस्तों, हम ऐसे लोग है जिन्हें, नफरत कुछ नहीं कहती और मोहब्बत मार डालती है… आज कल वो 🙆हमसे डिजिटल नफरत😡 करते हैं, हमें ऑनलाइन देखते ही ऑफलाइन हो जाते हैं.. चाह से ज्यादा, चाहने की चाह, मुझे भी थी उसे👸 लेकिन क्या फायदा ऐसी चाह👸 का, जो चाहकर भी ना बन सके मेरी चाह👸 😕😕😕 ढूंढ तो लेते अपने प्यार को हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी..पर रोक दी तलाश हमने, क्योंकि वो खोये नहीं थे, बदल गये थे ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर, डाकिया ही चल बसा 😞 शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते 😞 मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ ….. अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले….. अभी ज़रा वक़्त है, उसको मुझे आज़माने दो. वो रो रोकर पुकारेगी मुझे, बस मेरा वक़्त तो आने दो।।। दर्द हैं दिल में पर इसका ऐहसास नहीं होता… रोता हैं दिल जब वो पास नहीं होता… बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत में… और वो कहते हैं कि इस तरह प्यार नहीं होता… तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही.. अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आती. ❤ घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए… अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है.. ख्वाब हम देखते है.. और हक़ीक़त कोई और बना लेता है. वो गुस्से में तेरा लब से मेरे सिगरेट हटा देना उसी दिलकश अदा की याद में अब कश लगाते हैं !! हम भी किसी की दिल की हवालात में कैद थे..!! फिर उसने गैरों के जमानत पर हमें रिहा कर दिया..!!😒 😒 😒 😒… अपनी जवानी 👦 में और रखा ही क्या है, ☝कुछ तस्वीरें 🖼 यार 👩 की बाकी बोतलें शराब की ।। जिस्म 😌 पर जो निशान ☝ हैं ना जनाब, 👦वो बचपन के ☝ हैं बाद के 😌 तो सारे दिल ❤ पर है ।। 😌 अरे कितना झुठ बोलते हो तुम.. खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेलापन बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ …. कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत किसे इल्ज़ाम दे अपने जज़्बातो के क़त्ल का… समझदार बनने का शौख तो हमे ही था.. खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे, जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे.. उसने कहा हमसे.. हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे. हमने मुस्कुरा के पूछा… क्या तुम भी मोहब्बत करोगे अब हमसे..?? रोज़ एक नई तकलीफ.. रोज़ एक नया गम…. ना जाने कब ऐलान होगा की मर गए हम…. मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर में तैरती है, जहाँ पानी सिर्फ और सिर्फ मेरी पलकों का होता है..! अभी तक याद कर रहा है ए पागल दिल, उसने तो तेरे बाद भी हजारो भुला दिए कुछ उनकी मजबूरियाँ, कुछ मेरी कश्मकश। बस यूँ ही, एक ख़ूबसूरत कहानी को खत्म कर दिया हमने। लोग सुबूत माँगते हैं हम से हमारी बर्बादी का, अब कैसे बताएँ, अपने हादसों के हम अकेले ही गवाह है.. घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए… अजीब रंगो में गुजरी है, मेरी जिंदगी, दिलों पर राज़ किया पर मोहब्बत को तरस गए.. मेरी आँखों में आँसू नहीं, बस कुछ “नमी” है.. वजह तू नहीं, तेरी ये “कमी” है.. दर्द की भी अपनी एक अदा है.. ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है। बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना.. तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता…! दर्द काफी है बेखुदी के लिए, मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए, कौन मरता है किसी के लिए, हम तो ज़िंदा है आपके लिए… अपनी तो ज़िन्दगी ही अजीब कहानी है.. जिस चीज़ को चाहा वो ही बेगानी है… हँसते है तो सिर्फ दोस्तों को हसाने के लिए … वरना इन आँखों में में पानी ही पानी है. आँसू आ जाते हैँ आखोँ मेँ रोने से पहले… खुआब टूट जाते हैँ पूरे होने से पहले….प्यार गुनाह है यह तो समझ गए… काश कोई रोक लेता यह गुनाह होने से पहले। एक “सफ़र” ऐसा भी होता है दोस्तों……जिसमें “पैर” नहीं “दिल” थक जाता है… सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना.. बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी… किसी को चाह कर ना पाना दर्द देता है, लेकिन पाकर खो देना जिँदगी तबाह कर जाता है…..! तू मुझमें पहले भी था ,तू मुझमें अब भी है… पहले मेरे लफ्जों में था अब मेरी खामोशियों में है। अब क्या बताये किसी को कि ये क्या सजा है, इस बेनाम ख़ामोशी की क्या वजह है। मुझको ढुँढ लेता है रोज किसी बहाने से, दर्द वाकिफ हो गया हैँ मेरे हर ठिकाने से… मेरा यूँ टुटना और टूटकर बिखर जाना कोई इत्फाक नहीं.. किसी ने बहुत कोशिश की है मुझे इस हाल तक पहुँचाने में… ख़्वाहिशों का कैदी हूँ,मुझे हकीक़तें सज़ा देती हैं! कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे.. तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल..जिनके चाहने वाले ज्यादा हो..वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं बहुत अज़ीब होती है ये यादें भी मोहब्बत की..जिन पलों में हम रोए थे,उन्हें याद करके हमें हसीं आती है…और जिन पलों में हसें थे ..उन्हें याद करके रोना आता है॥ कुछ रिशते ऐसे होते हैं..जिनको जोड़ते जोड़ते इन्सान खुद टूट जाता है। Life में एक partner होना जरुरी है. वर्ना दिल की बात status पर लिखनी पड़ती है…!! खामोश हूँ तो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी के लिए…..ये न सोचना की मेरा दिल दुःखता नहीं ….!! जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ !! मगर, किसी के भरोसे का फ़ायदा नहीं !! ना दिल शिकस्त का आदि है…ना इश्क़ हार मानता है…!! हम रोए भी तो वो जान ना सके… वो उदास भी हुए हुए तो हमें खबर हो गई.. उन्होंने हमसे दो चार बाते क्या कर ली। अब वो कहने लगे आप हमे परेशान करने लगे हो। निगाहों में अभी तक दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया, भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का… गुज़र गया दिन अपनी तमाम रौनक लेकर। ज़िन्दगी ने वफ़ा कि तो कल फिर सिलसिले होंगे। कभी टूट कर बिखरो तो मेरे पास आ जाना,मुझे अपने जैसे लोग बहुत पसंद हैं । तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता !! तुझे झूठ बोलना हमने ही सिखाया है… तेरी हर बात सच मान कर । तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे, तो कैसे पता चलेगा कि प्यार क्या होता है. लो..बदल गया मिजाज-ऎ-मौसम…. हुबहू तुम्हारी तरह..!!! जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता.. बड़ी आसानी से दिल लगाये जाते हैं, पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं, ले जाती है मोहब्बत उन राहो पर, जहा दिए नही दिल जलाए जाते हैं मैं ज़हर तो पी लूँ शौक से तेरी खातिर ….पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर साँसों को टुटता देखो दुख तो अपने ही देते हैं वरना गैरों को कैसे पता की हमें तकलीफ किस बात से होती है….. करता नहीं तुमसे ये दिल शिकायत मगर, कहना ये चाहता है कि तुम अब वो नहीं रहे | वक़्त नूर को बेनूर बना देता है! छोटे से जख्म को नासूर बना देता है! कौन चाहता है अपनों से दूर रहना पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है! हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है, उन्हें केसे समझाऊ एक ख्वाब अधुरा है…वर्ना जीना मुझे भी आता है. आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं…..!है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए….।। काश ये इश्क भी चुनावों की तरह होता… हारने के बाद विपक्ष में बैठकर कम से कम दिल खोलकर बहस तो कर लेते… तू मेरे जनाजे को कन्धा ना देना, जिन्दा ना हो जाऊ फिर कही तेरा सहारा देख कर…! है परेशानियाँ यूँ तो, बहुत सी ज़िंदगी में, तेरी मोहब्बत सा मगर, कोई तंग नहीं करता…. चलो माना तुम्हारी आदत हैं तडपाना, मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो… अगर “बेवफाओं” की अलग ही दुनिया होती तो मेरी वाली वहाँ की “रानी” होती..!! वो जो हमसे नफरत करते हैं,हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं,नफरत है तो क्या हुआ यारो,कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं। इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग,दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग.. रोकना मेरी हसरत थी जाना उसका शौक। वो शौक पूरा कर गए मेरी हसरतें तोड़ कर। क़ाश कोई ऐसा हो, जो गले लगा कर कहे…!! तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है….!! अकेले रहने का भी एक अलग सुकून हे.. ना किसी की वापस आने की उम्मीद.. ना किसी के छोड कर जाने का डर….!! ना उजाड़ ए ख़ुदा किसी के आशियाने को….बहुत वक़्त लगता है एक छोटा सा घर बनाने को… मेरी नींद भी मेरी दुश्मन हो गयी, ख्वाबो में भी मुझे तुमसे मिलने नही देती। कोई इल्जाम रह गया हो तो वो भी दे दो.. पहले भी हम बुरे थे, अब थोड़े और सही…!! वो मेरी तन्हाइयों का हिसाब क्या देगी, जो खुद ही सवाल है वो जवाब क्या देगी.. ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार, दोनों मिल कर उसे भूल जाते है.!! कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना..! क्यूँकि मोहब्बत की दुनिया में ज़बरजस्ती नहीं होती..!! हमारी किस्मत तो आसमान पे चमकते सितारों की तरह है… लोग अपनी तमन्ना के लिए हमारे टूटने का इंतजार करते है… आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की , ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो !! मौहब्बत मुझे थी उनसे इतनी सनम यादों में दिल तड़पता रहा.. मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी कब्र में भी दिल धड़कता रहा !! प्यार में मेरे सब्र का इम्तेहान तो देखो… वो मेरी ही बाँहों में सो गए… किसी और के … लिए रोते रोते… पागल नही थे हम जो तेरी हर बात मानते थे,बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नहीँ लगता था… याद हैं मुझे आज भी उसके आखिरी अल्फ़ाज़… जी सको तो जी लेना … वरना मर जाओ … तो बेहतर है…. सोचता हूँ …कभी तेरे दिल में उतर के देख लूं…कौन है ?? तेरे दिल में ??….जो मुझे बसने नहीं देता…..!! तकिये क़े नीचे दबा क़े रखे हैँ तुम्हारे ख़याल..एक तेरा अक्स, एक तेरा इश्क़ ,ढेरोँ सवाल और तेरा इंतज़ार …….. तेरा और मेरा इतना ही किस्सा हैं, तू मेरे दर्द का एक अहम हिस्सा हैं. तेरे बाद खुद को इतना तनहा पाया …. जैसे लोग हमें दफना के चले गए हो !! लाख चाहता हूँ कि तुझे याद ना करूँ..मगर…इरादा अपनी जगह बेबसी अपनी जगह… :)) बहुत सोचा, बहुत समझा, बहुत देर तक परखा,तन्हा हो के जी लेना मोहब्बत से बेहतर है बात कोई और होती तो हम कह भी देते…कम्बखत मोहब्बत हे…बताया भी नहीं जाता… दो आँखो में…दो ही आँसू….एक तेरे लिए, एक तेरी खातिर..!!😢💔 लोगों की बातें सुनकर छोड़ जाने वाले…हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते..!! सिर्फ़ अल्फ़ाज़ की ही बस बात थी… जज़्बात तो वो वैसे भी नहीं समझते निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह ना लिखने के काबिल छोड़ा ना जलने के खामोशी के भी अपने अल्फाज़ होते हैं … अगर तुम समझ जाते तो आज मेरे करीब होते। चल हो गया फैसला कुछ कहना ही नहीं …तू जी ले मेरे बगैर मुझे जीना ही नहीं..💔💔 उसको बेवफा कहकर अपनी ही नजर में गिर जाते है हम…..वो प्यार भी अपना था और वो पसंद भी अपनी थी… क्या पता तुम कब भूल जाओ ये मोहब्बत….जिसे हम ज़िन्दगी और तुम एक लफ्ज़ कहते हो…. आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये .. तन्हाई में तुझे हम पास बुला कर रोये… कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें …और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये समझदार ही करते है अक्सर गलतिया,कभी देखा है किसी पागल को मोहब्बत करते
Scroll To Top